SHRI KRIPALU KUNJ ASHRAM
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वर्णाश्रम धर्म
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चार
वर्ण
और चार
आश्रम
हैं। तो कुल मिलाकर 16 संयोजन बनते हैं। वेदों में 80,000 मंत्र हैं जो इन वर्गीकरणों के कर्तव्यों को बताते हैं। इस वर्गीकरण का एकमात्र उद्देश्य मानव समाज के सुचारू रूप से चलना था ।
ब्रह्मचारी
ब्राह्मण
ब्रह्मचारी
क्षत्रिय
ब्रह्मचारी
वैष्य
ब्रह्मचारी
शूद्
गृहस्थी
ब्राह्मण
गृहस्थी
क्षत्रिय
गृहस्थी
वैष्य
गृहस्थी
शूद्
वानप्रस्थी
ब्राह्मण
वानप्रस्थी
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वानप्रस्थी
वैष्य
वानप्रस्थी
शूद्
सन्यासी
ब्राह्मण
सन्यासी
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सन्यासी
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