SHRI KRIPALU KUNJ ASHRAM
  • Home
  • About
    • Jagadguru Shri Kripalu Ji Maharaj
    • Braj Banchary Devi
    • What We Teach
    • Our Mission
    • Our Locations
    • Humanitarian Projects >
      • JKP Education
      • JKP Hospitals
      • JKP India Charitable Events
  • Our Philosophy
    • Search for Happiness
    • Who is a True Guru
    • What is Bhakti
    • Radha Krishna - The Divine Couple
    • Recorded Lectures >
      • Shri Maharaj ji's Video Lectures
      • Audio Lecture Downloads
      • Didi ji's Video Lectures
      • Didi ji's Video Kirtans
    • Spiritual Terms
  • Practice
    • Sadhana - Daily Devotion
    • Roopadhyan - Devotional Remembrance
    • Importance of Kirtan
    • Kirtan Downloads
    • Religious Festivals (When, What, Why)
  • Publications
    • Divya Sandesh
    • Divya Ras Bindu
  • Shop
  • Donate
  • Events
  • Contact
  • Blog
A DIVINE MESSAGE        
Picture
Picture
Picture

2022 होली अंक

कृपालु लीलामृतम् - निराधार का आश्रय लेना मूर्खता है

Read this article in English
Picture
बचपन में श्री महाराज जी अत्यंत नटखट थे। अपने कुछ मित्रों के साथ मनगढ़ से कुंडा स्कूल पैदल जाया करते थे।स्कूल जाते समय रास्ते में पड़ने वाले गन्ने के खेतों, आम के बागों, तालाबों के किनारे खेला करते थे ।जब प्रार्थना की घंटी बजने का कुछ समय शेष बचता तो दौड़ कर समय से प्रार्थना में शामिल हो जाते थे।

​
श्री महाराज जी पेड़ों पर बंदर की तरह बड़ी फुर्ती से चढ़ जाते थे ।एक बार वे अपने मित्रों के साथ आम के बगीचे में गए । सभी लड़कों  ने अधिक ऊंचाई पर एक पके हुए आम को देखा। पत्थर मारकर उसे गिराने की कोशिश की परंतु कामयाब नहीं हुए । अन्य सखाओं ने उस आम तक पहुंचने की हिम्मत नहीं की। परंतु श्री महाराज जी ने चुनौती देते हुए कहा कि मैं इसे तोड़ सकता हूँ।

आम के लालच में कुछ लड़कों ने उनसे उसको तोड़ने के लिए कहा। महाराज जी फुर्ती से उस पेड़ पर चढ़े और आम तक पहुंचने की चेष्टा की परंतु आम उनकी पहुंच से दूर था और डाल बहुत पतली थी । क्योंकि आम पका नहीं था इसलिए स्पर्श  मात्र से नहीं टूटा और श्री महाराज जी ने उस पतली सी डाल पर चढ़कर उसको तोड़ने की कोशिश की परंतु वह महाराज जी का भार सहन न कर सकी अतः वह डाल टूट गई और श्री महाराज जी नीचे गिरने लगे।

गिरते समय उन्होंने दूसरी शाखा को पकड़ने की कोशिश की परंतु वह भी टूट गई और श्री महाराज जी नीचे जमीन पर उन दोनों शाखाओं के साथ आ गिरे और उनको काफी चोट लग गई।​

संदेश : वेद कहता है
प्लवा ह्येते अदृढा यज्ञरूपाः
आनंद प्राप्त करने के लिए कर्म मार्ग का पुल अत्यंत दुर्बल है। यह बीच में ही टूट जाएगा । अतः अनंतानंद प्राप्त करने के लिए कर्म मार्ग का अवलंब लेना नितांत मूर्खता है। कर्म का अंतिम फल स्वर्ग है जहां सीमित सुख  है और वह भी सीमित काल के लिए है। उसके पश्चात पुनः 84 लाख हीन योनियों में भटकना होता है। इसी प्रकार भक्ति रहित ज्ञान का अंतिम उद्देश्य अज्ञान का नाश है  । अज्ञान को समाप्त करने के पश्चातज्ञान स्वयं भी समाप्त हो जाता है और सच्चे ज्ञान के अभाव में वो आत्मज्ञानी  के अहंकार को बढ़ा देता है जिससे ज्ञानी का पतन हो जाता है।
इसका तात्पर्य यह है कि सच्ची भक्ति के बिना सभी पथ कमजोर टहनियों के समान हैं और वो हमें हमारे आनंद प्राप्ति के लक्ष्य तक नहीं पहुंचा सकते ।अतः बुद्धिमता इसी में है कि भक्ति का आश्रय ले क्योंकि यही वो पथ है जो हमें भवसागर से पार पहुंचा कर आनंद की प्राप्ति कराने में सक्षम है।

<< भगवान को सदैव अपने साथ अनुभव करने की साधना
तनिक ठहरो । इतनी भी क्या जल्दी है?>>  

यह लेख​ पसंद आया​ !

उल्लिखित कतिपय अन्य प्रकाशन आस्वादन के लिये निम्न चित्रों पर क्लिक करें
Picture

सिद्धान्त, लीलादि

इन त्योहारों पर प्रकाशित होता है जगद्गुरुत्तम दिवस, होली, गुरु पूर्णिमा, शरद पूर्णिमा
Picture

सिद्धांत गर्भित लघु लेख​

प्रति माह आपके मेलबो‍क्स में भेजा जायेगा​
Picture

सिद्धांत को गहराई से समझने हेतु पढ़े

वेद​-शास्त्रों के शब्दों का सही अर्थ जानिये
हम आपकी प्रतिक्रिया जानने के इच्छुक हैं । कृप्या contact us द्वारा
  • अपनी प्रतिक्रिया हमें email करें
  • आने वाले संस्करणों में उत्तर पाने के लिये प्रश्न भेजें
  • या फिर केवल पत्राचार हेतु ही लिखें

Subscribe to our e-list

* indicates required
नये संस्करण की सूचना प्राप्त करने हेतु subscribe करें 
Shri Kripalu Kunj Ashram
Shri Kripalu Kunj Ashram
2710 Ashford Trail Dr., Houston TX 77082
+1 (713) 376-4635

Lend Your Support
Social Media Icons made by Pixel perfect from www.flaticon.com"
Picture

Worldwide Headquarters

Affiliated Centers of JKP

Resources

  • Home
  • About
    • Jagadguru Shri Kripalu Ji Maharaj
    • Braj Banchary Devi
    • What We Teach
    • Our Mission
    • Our Locations
    • Humanitarian Projects >
      • JKP Education
      • JKP Hospitals
      • JKP India Charitable Events
  • Our Philosophy
    • Search for Happiness
    • Who is a True Guru
    • What is Bhakti
    • Radha Krishna - The Divine Couple
    • Recorded Lectures >
      • Shri Maharaj ji's Video Lectures
      • Audio Lecture Downloads
      • Didi ji's Video Lectures
      • Didi ji's Video Kirtans
    • Spiritual Terms
  • Practice
    • Sadhana - Daily Devotion
    • Roopadhyan - Devotional Remembrance
    • Importance of Kirtan
    • Kirtan Downloads
    • Religious Festivals (When, What, Why)
  • Publications
    • Divya Sandesh
    • Divya Ras Bindu
  • Shop
  • Donate
  • Events
  • Contact
  • Blog